tag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post460206369866188589..comments2023-10-06T02:14:38.038-07:00Comments on कलम बोलती है..: भ्रष्ट पत्रकारिता को सफलता का शोर्टकट माना जाता है... कुठियालाHarshvardhanhttp://www.blogger.com/profile/03416011520058251827noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-72225933351904190172010-06-14T09:46:46.613-07:002010-06-14T09:46:46.613-07:00'भ्रष्ट पत्रकारिता में बहुत आकर्षण होता है .&#...'भ्रष्ट पत्रकारिता में बहुत आकर्षण होता है .'<br />-पत्रकारिता के साथ पीत शब्द बहुत पहले से जुड़ा है. <a href="http://shakunaakhar.blogspot.com/2009/01/blog-post_18.html" rel="nofollow">पत्रकार </a>तरह तरह के होते हैं.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-11402570601240604862010-06-12T12:09:49.699-07:002010-06-12T12:09:49.699-07:00साक्षात्कार का प्रस्तुतिकरण बहुत ही अच्छा है. बाक...साक्षात्कार का प्रस्तुतिकरण बहुत ही अच्छा है. बाकी मैं गजेन्द्र सिंह भाटी जी से सहमत हूं कि काफी कुछ पुछा जा सकता था. पर आपके अच्छे प्रयास के लिए बधाई.<br />लिखते रहें...Rajat Abhinavhttps://www.blogger.com/profile/14071487369379138476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-69468775611202548152010-06-10T03:59:02.660-07:002010-06-10T03:59:02.660-07:00कुठियाला जी के विचारों को जाना.अच्छी पोस्ट ...कुठियाला जी के विचारों को जाना.अच्छी पोस्ट ...स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/06459978590118769827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-70098212616609805742010-06-02T07:41:59.732-07:002010-06-02T07:41:59.732-07:00काफी कुछ और पूछा जा सकता था।
कुछ सवालों के जवाब अन...काफी कुछ और पूछा जा सकता था।<br />कुछ सवालों के जवाब अनुमानित हैं।<br />एक दो सवाल काफी अच्छे थे। बाकी ऐसे व्यक्तियों के साक्षात्कार लेने की जरूरत है और जिसे ब्लॉगिंग के जरिए किया जा सकता है।<br /><br /> मैं संतुष्ट नहीं हुआ।<br /> आगे भी प्रतीक्षा रहेगी।गजेन्द्र सिंह भाटीhttps://www.blogger.com/profile/09084584738179775732noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-81105873048842968132010-06-02T07:24:41.262-07:002010-06-02T07:24:41.262-07:00हर्ष जी आपका कोई जवाब नहीं है...आप जैसे लोगो की आज...हर्ष जी आपका कोई जवाब नहीं है...आप जैसे लोगो की आज पत्रकारिता को जरुरत है.. मैं आपके लेख और विचार पदता रहता हू...आप लम्बी रेस के घोड़े है.... यकीन मानिए आप उत्तराखंड के उभरते सितारे है....इश्वर आपको बहुत आगे पहुचायेगा.....ये मेरा भरोसा है.... लिखते रहिये.... बोलती कलम की धर में इसी तरह का पैनापन बरकरार रहे.....Unknownhttps://www.blogger.com/profile/12443853020739854546noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-16007704613939825922010-06-01T11:52:44.616-07:002010-06-01T11:52:44.616-07:00मुझे बहुत रोचक और जानकारी वाला लगा....तुम अपना प्र...मुझे बहुत रोचक और जानकारी वाला लगा....तुम अपना प्रयास जारी रखो ....मंजिल जरूर मिलेगी ...लेखन में भी लगातार निखार आ रहा है.....आगे मैं चाहूंगा कि तुम भोपाल के छोटे बच्चों पर कोई स्टोरी करो...मुझे ऐसी स्टोरी का भी इन्तजार रहेगा.....Akash Kumar 'Manjeet'https://www.blogger.com/profile/14382324493959404923noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-7987956112397332962010-05-31T21:15:31.657-07:002010-05-31T21:15:31.657-07:00यह बातचीत बहुत अच्छी लगी.पोस्ट के ज़रिए कुठियाला ज...यह बातचीत बहुत अच्छी लगी.पोस्ट के ज़रिए कुठियाला जी के विचारों को जाना.<br />उनकी यह बात गौर तलब है कि पढने से ज्यादा सोचने और विश्लेषण के लिए समय दो'.<br />आभार.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-36767585169319541512010-05-31T08:01:23.665-07:002010-05-31T08:01:23.665-07:00nice interview laga.. patrakarita vishvidhyalay ke...nice interview laga.. patrakarita vishvidhyalay ke kulpati ka... mujhko lagat hai jis andaaj me wah bol rahe hai ye andaaje bayan MAKAHANLAL UNIVERSITY ke sanghikaaran ki aur ishara kar raha hai jo achchi baat nahi hai.... <br /> well done dear nice oneUnknownhttps://www.blogger.com/profile/14685215040535257792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8407967071695439104.post-74878221993214834532010-05-30T21:52:24.756-07:002010-05-30T21:52:24.756-07:00कुछ भी कहो सर अब तो बस यही कहूँगा:-
अगर मिलती ह...कुछ भी कहो सर अब तो बस यही कहूँगा:-<br /><br /><br /><br />अगर मिलती हमें रिश्वत, तो क्या हम लेते नहीं?<br />अगर इतना ईमान होता, तो रिश्वत देते नहीं.<br />पुलिस वालो को आसानी से मिल जाता है.इसलिए वे ले लेते है.<br />हम देश की फिकर करने वाले, थोडा गलत काम करते है, इसलिए दे देते है.<br />वाह भ्र्स्ठाचार की दुहाई देने वाले हम लोग.<br />जो भ्र्ठाचार के दैत्य को लगाते है खुद भोग. <br />और बड़ी बड़ी बातें करते है.<br />आवाज उठाने में पीछे दुबकते है.<br />अगर होते इतने बड़े ईमानदार तो इस कदर इस पाप को सहते नहीं<br />अगर मिलती हमें रिश्वत, तो क्या हम सही में लेते नहीं?anoop joshihttps://www.blogger.com/profile/14146375128512331870noreply@blogger.com