Monday 31 October 2022

देश का दिल 'मध्य प्रदेश ' बन रहा फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद

 



मध्य प्रदेश 1 नवंबर को अपना 67वां स्थापना दिवस मानने जा रहा है। कभी पिछड़ा और बीमारू कहा जाने वाला मध्यप्रदेश आज विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहे राज्यों की श्रेणी में अग्रणी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश ने विकास की नई संभावानाएं तलाशने के साथ ही उपलब्धियों के कई आयाम भी गढ़े हैं। आज प्रदेश की पहचान फिल्म उद्योग के लिए अपार अवसरों के रूप में हुई है। मध्यप्रदेश में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई फिल्म नीति के परिणाम अब सामने आने लगे हैं। प्रदेश में मिल रही बेहतर सुविधाओं के कारण आज फिल्म निर्माताओं का रुझान मध्यप्रदेश की तरफ बढ़ा है। फिल्मांकन के लिए आवश्यक अनुमतियां प्राप्त करने में अब किसी के आगे चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं। एक ही प्लेटफार्म पर सभी अनुमतियां आसानी से मिल जाती हैं। पिछले कुछ समय से मध्यप्रदेश में फिल्मों की शूटिंग की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। शिवराज सरकार प्रदेश में फिल्म उद्योग को लगातार प्रोत्साहित कर रही है।


फिल्म निर्माताओं को आकर्षित कर रहा देश का दिल 

शूटिंग के लिए खास एवं बेहद खूबसूरत लोकेशंस के अलावा सुविधाजनक स्थल होने की वजह से डायरेक्टर्स मध्यप्रदेश खिंचे चले आते हैं। फिल्म निर्माताओं को शूटिंग की अच्छी लोकेशन यहां आसानी से मिल जाती हैं, साथ ही मध्यप्रदेश सरकार फिल्म के अनुकूल बुनियादी ढांचा स्थापित करने के साथ- साथ उसे प्रोत्साहन भी दे रही है। यहाँ शूटिंग के लिए परमिशन और एनओसी मिलना भी अन्य राज्यों की अपेक्षा आसान है। मध्यप्रदेश सरकर ने 2016 में पर्यटन बोर्ड का गठन किया और 2019 में फिल्म के लिए अपनी पॉलिसी जारी की। वर्तमान में यह देश का ऐसा राज्य है, जो शूटिंग के लिए 5 श्रेणियों में सब्सिडी दे रहा है। प्रदेश में फिल्म निर्माण की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए फिल्म पर्यटन नीति 2020 लागू की गई है। इसमें फिल्मांकन की अनुमति अलग-अलग कार्यालयों की जगह एक स्थान से दिए जाने की व्यवस्था बनाई गई है। अंतरराष्ट्रीय फिल्म, टीवी सीरियल या वेब सीरीज के लिए अधिकतम 10 करोड़ रुपये तक अनुदान देने का प्रविधान किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय फीचर फिल्म के लिए 25 प्रतिशत या दो करोड़ रुपये, टीवी सीरियल अथवा वेब सीरीज के लिए 25 प्रतिशत या एक करोड़ रुपये तक अनुदान देने की व्यवस्था है। इसी तरह डाक्यूमेंट्री के लिए अधिकतम 40 लाख रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। राज्य के स्थानीय कलाकारों को फिल्म निर्माण में लेने पर 25 लाख रुपये अतिरिक्त देने का प्रविधान है। फिल्म से संबंधित अधोसंरचना विकास पर 30 प्रतिशत तक अनुदान के साथ फिल्म से जुड़े अमले के लिए पर्यटन विभाग के होटल और रिसार्ट में ठहरने पर 40 प्रतिशत छूट दी जाती है। प्रदेश में फिल्म उद्योग के विकास के लिए फिल्म सिटी, फिल्म स्टूडियो, कौशल विकास केंद्र आदि स्थापित करने निजी निवेश को प्रोत्साहन और भूमि देने का प्रावधान भी नीति में किया गया है। फिल्म सिटी के निर्माण के लिए विभिन्न जिलों में भूमि भी आरक्षित की जा रही है। अभी तक प्रदेश में 100  से ज्यादा फिल्म, सीरियल और वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है।

दूसरी बार मोस्ट फ्रेंडली स्टेट 

मध्यप्रदेश में बुनियादी ढाँचा तैयार कर फिल्म निर्माताओं को यहाँ निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे प्रदेश को देश और दुनिया में नई पहचान मिल रही है। राज्य सरकार ने फिल्म पर्यटन नीति लागू कर अपनी प्रतिबद्धता को दिखा दिया है। हाल के वर्षों में सरकार द्वारा शूटिंग की अनुमति को आसान बनाया गया है, जिससे प्रदेश में फिल्म निर्माताओं की रूचि बढ़ी है। राज्य सरकार फिल्मों को प्रोत्साहन दे रही है, जिसके अन्तर्गत थीम पार्क और सेल्फी पॉइंट भी बनाये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही शूटिंग के चलते ही हाल ही में 68 वें राष्ट्रीय फिल्म में मध्यप्रदेश ने 13  राज्यों को पीछे छोड़ते हुए को दूसरी बार मोस्ट फ्रेंडली स्टेट का दर्जा पाया। इसका कारण यहाँ की बेस्ट लोकेशन और सरकार से मिलने वाली सब्सिडी और शूटिंग के लिए सिंगल विंडो परमिशन है।

 

मुख्यमंत्री शिवराज की अपील का  हुआ बड़ा असर

मध्य प्रदेश को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट पुरस्कार दिए जाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नागरिकों, पर्यटन विभाग के अधिकारियों एवं फिल्म उद्योग से जुड़े सभी साथियों को बधाई दी साथ ही उन्होंने सभी पर्यटकों को प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के सौंदर्य से समृद्ध मध्यप्रदेश आने के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद से प्रदेश में फिल्म निर्माण की कोशिशें परवान चढ़ने लगी। राजधानी भोपाल में बड़ा तालाब, वन विहार, भारत भवन, गौहर महल, पुरानी विधानसभा, कमला पार्क, किलोल पार्क जैसी लोकेशन फिल्म निर्माताओं को निःशुल्क उपलब्ध करवाई  जा रही हैं।  


कई फिल्में हो चुकी हैं शूट

मध्यप्रदेश लम्बे समय से फिल्म निर्माण के लिए पसंदीदा जगहों में शामिल रहा है। नया दौर, दिल दिया दर्द लिया, चम्बल की कसम जैसी  कई फिल्में मध्यप्रदेश में शूट हुईं,  जिनके शूट नरसिंहगढ़, मांडवगढ़, शिवपुरी में फिल्माए गए। राजनीति, प्यार किया तो डरना क्या, तेवर, पान सिंह तोमर,दबंग, पंचायत- 2 वेब सिरीज, सूरमा भोपाली, पीपली लाइव, चक्रव्यूह, गंगाजल 2 जैसी कई फिल्मों की शूटिंग मध्य प्रदेश में हुई है। मध्यप्रदेश न केवल फिल्मों बल्कि अब वेब सीरीज की शूटिंग के लिए भी निर्माताओं की पहली पसंद बनता जा रहा है।  अब तक कई फिल्में प्रदेश की खूबसूरत लोकेशंस में शूट हो चुकी हैं। हाल ही में रघुबीर यादव की हरी ओम की शूटिंग पूरी हुई है। फिल्म के सभी शूट भोपाल में ही किये गए हैं। विगत वर्षों में सिंह साहब द  ग्रेट, पंगा, जैसी कई फिल्मों के दृश्य  भोपाल और इंदौर में फिल्माए गए।  अशोका, यमला पगला दीवाना, दबंग 2 जैसी फिल्मों के दृश्य नर्मदा और महेश्वर की खूबसूरत लोकेशंस पर फिल्माए गए।  चंदेरी में स्त्री मूवी, ग्वालियर में लुकाछुपी सभी को मध्यप्रदेश में फिल्म बनाने के लिए लुभा रही है।  बीते कुछ वर्षों में फिल्मों के साथ ही अनेकों वेब सीरीज भी प्रदेश में शूट हुई है जिनमें गुल्लक, आश्रम 3, पंचायत, शिक्षा मंडल के  शूट भोपाल में ही शूट हुए।  राजश्री प्रोडक्शन की एक विवाह ऐसा भी, गली गली में चोर है, राजनीति, आरक्षण, सत्याग्रह, गंगाजल, क्रेजी नुक्कड़ सरीखी कई दर्जन फिल्में भोपाल, पचमढ़ी, होशंगाबाद के आसपास शूट हुई।  

 

2022 में भी कई फिल्म निर्माताओं के किया प्रदेश का रुख

 इस साल प्रदेश में राजकुमार संतोषी के निर्देशन में गांधी वर्सेज गोडसे को शूट किया गया। वहीं, नवाजुद्दीन और अवनीत कौर की फिल्म टिक्कू वेड्स शेरू, गौहर खान की वेब सीरीज शिक्षा मंडल, हुमा कुरैशी की वेब सीरीज महारानी 2, अक्षय कुमार और इमरान की फिल्म सेल्फी,  भोपाल और उसके आसपास के इलाकों में हुई।  नवम्बर  में बुलबुल मैरिज हाल, रहे इश्क़ की शूटिंग शुरू होगी, जिनमें दिवाली के बाद कई बड़े सितारे आने हैं। जिनमें पुलकित सम्राट से लेकर अली फजल, उर्मिला मतोड़कर से लेकर कृति खरबंदा के नाम शामिल हैं। बड़े बजट की कई फिल्में आने वाले वर्षों में बॉलीवुड में आने वाली हैं जिनकी शूटिंग मध्यप्रदेश की विभिन्न लोकेशनों पर होगी।  प्रतीक गांधी और ऋचा चड्डा की वेब सीरीज ग्रेट इंडियन मर्डर 2 की शूटिंग भी यहाँ  प्रस्तावित है। मध्यप्रदेश में 2022 के अंत तक दर्जन भर से अधिक फिल्में और वेब  सीरीज की शूटिंग पूर्ण होगी।  


मप्र पर्यटन विभाग और  फिल्म निर्माताओं के बीच हुआ एमओयू

मध्य प्रदेश में जल्द ही बड़े बजट की मेगा स्टार फिल्मों की शूटिंग भी होगी। इसके लिए मप्र पर्यटन विभाग और प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं के बीच एमओयू हुआ है। इससे बड़े बजट और मेगास्टार फिल्मों की शूटिंग प्रदेश में होगी, साथ ही फिल्म पर्यटन से प्रदेश में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी।

 एमओयू के अनुसार फिल्म निर्माताओं को प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों की अनुमति, समन्वय हेतु सिंगल विंडो सुविधा एवं म.प्र. पर्यटन इकाई में फिल्म के क्रू के लिए आकर्षक डिस्काउंट मिलेगा। फिल्म निर्माताओं द्वारा लगभग 50 करोड़ का निवेश आने वाले 5 वर्षों में किया जाएगा, जिसमें फिल्म, वेब सीरीज, डाक्यूमेंट्री आदि सम्मिलित हैं। शिवराज सरकार की ये कोशिशें अगर परवान चढ़ी तो आने वाले दिनों में यहां एक बड़ी फिल्म सिटी भी प्रदेश में नया आकार ले सकती है।  

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