Friday, 30 May 2025

जंबूरी मैदान में चढ़ेगा सिंदूरी रंग, लोकमाता की 300वीं जयंती नारी शक्ति, विरासत और विकास का संगम बनेगी


31 मई 2025 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन की साक्षी बनेगी, जो पूरे देश के लिए महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नया अध्याय रचेगी। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर भोपाल के जंबूरी मैदान में 'महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

अहिल्याबाई को उनके न्यायपूर्ण शासन, धर्मपरायणता और समाज कल्याण के कार्यों के लिए जाना जाता है। 18वीं सदी में महिलाओं के लिए लोकमाता ने एक प्रेरणादायी उदाहरण समाज के सामने प्रस्तुत किया था। 18वीं सदी की महान शासिका रही लोकमाता ने न्याय, धर्म, और समाज कल्याण के क्षेत्र में कई अनुकरणीय कार्य किए। लोकमाता अहिल्याबाई को श्रद्धांजलि देने के साथ ही इस आयोजन को महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में मोहन सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है। आतंकवाद के खिलाफ ‘आपरेशन सिंदूर’ की हालिया सफलता को नारी शक्ति के सम्मान के साथ जोड़ा गया। महासम्मेलन का उद्देश्य लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाना, महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ ही उनको आत्मनिर्भर और नेतृत्वकारी भूमिकाओं के लिए प्रोत्साहित करना है। उनकी 300वीं जयंती पर यह महासम्मेलन नके योगदान को सम्मान देने और नारी शक्ति को प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है।

इस महासम्मेलन की खास बात यह है कि इसके संचालन, प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की मान पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में होगी। मंच संचालन से लेकर यातायात, भीड़ प्रबंधन और मीडिया प्रबंधन तक की बड़ी जिम्मेदारियां महिला अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सौंपी गई हैं। इसके अलावा पार्किंग, लेकर पेयजल, स्वच्छता से लेकर साज-सज्जा जैसी बड़ी व्यवस्थाओं का जिम्मा भी महिलाओं को दिया गया है जो इस आयोजन को भव्य और विशेष बनाता है। आयोजन सहभागिता करने वाली सभी महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ियां पहनेंगी जो नारी शक्ति, साहस और स्वावलंबन का प्रतीक है। यह थीम न केवल अहिल्याबाई के साहस और नेतृत्व को दर्शाती है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि महिलाएं अब देश में हर क्षेत्र में नेतृत्व करने में सक्षम हैं।

यह आयोजन न केवल अहिल्याबाई के योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस आयोजन में स्व-सहायता समूहों और उद्यमशील महिलाओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है जो अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दे रही हैं। यह सम्मेलन मध्य प्रदेश की महिलाओं को एक मंच प्रदान करेगा, जहां वे अपनी उपलब्धियों को साझा कर सकेंगी और नई प्रेरणा प्राप्त करेंगी। इस महासम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से महिलाएं आएंगी जिससे समाज में एक नई चेतना जगेगी जो हर महिला को यह विश्वास दिलाएगा कि वह आज के समाज की बड़ी ताकत है। यह महासम्मेलन समाज के हर वर्ग को इस बात का अहसास कराएगा कि नारी को कमजोर समझने की भूल अब नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर लगभग 2 से 2.5 लाख महिलाओं को संबोधित करेंगे। महासम्मेलन का प्रभाव राजधानी भोपाल या प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा। यह पूरे देश में नारी शक्ति के पुनर्जागरण का बड़ा प्रतीक बनेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार राजधानी भोपाल पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का भोपाल में भव्य स्वागत करने के लिए पूरे शहर को होर्डिंग-बैनर से पाटा जा रहा है। आयोजन स्थल को जाने वाले हर मार्ग पर अहिल्याबाई होल्कर की बड़ी तस्वीरें, शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाई जा रही हैं। भोपाल एयरपोर्ट से शहर को जाने वाले मार्ग से लेकर जंबूरी मैदान तक जाने वाले सभी मार्गों को देवी अहिल्याबाई होल्कर के चित्रों, उनके द्वारा कराए गए कार्यों से सजाया जा रहा है।

31 मई को भोपाल का जंबूरी मैदान सिंदूरी रंग में रंगा होगा, जहां लाखों महिलाएं एकत्रित होकर नारी शक्ति का उत्सव मनाएंगी। जंबूरी मैदान में विशाल पांडाल और बड़ी टीवी स्क्रीनें भी लगाई जा रही हैं ताकि सभी कार्यक्रम को स्पष्ट रूप से देख सकें। इस आयोजन के लिए सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध प्रशासन द्वारा किए गए हैं जिसमें विशेष सुरक्षा दस्ता (एसपीजी), भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी और हजारों पुलिसकर्मी शामिल हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी निगरानी और गुप्तचर तंत्र के जरिए सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए अत्याधुनिक तकनीक और डिवाइस का उपयोग किया जाएगा साथ ही ड्रोन्स, सेंसर वाले हाईटेक कैमरे, मेटल डिटेक्टर्स, बम डिस्पोजल यूनिट की भी तैनाती होगी।

31 मई की सुबह से शाम तक जंबूरी मैदान जाने वाले सभी रास्तों पर यातायात प्रभावित रहेगा। कार्यक्रम स्थल को नो फ्लाइंग ज़ोन घोषित किया गया है। जम्बूरी मैदान से 5 किमी की परिधि में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबन्ध रहेगा। इसमें पैराग्लाइडर, हॉट एयर बैलून जैसी गतिविधियों पर भी सुबह 6 से शाम 4 बजे तक प्रभावशील रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को समर्पित एक डाक टिकट और सिक्के का विमोचन करेंगे। इसके अलावा वे इंदौर मेट्रो, सतना एयरपोर्ट और दतिया में विकास परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे, साथ ही उज्जैन में शिप्रा नदी के घाटों के पुनर्निर्माण कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। ये परियोजनाएं मध्यप्रदेश के विकास और सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करेंगी।अहिल्याबाई को समर्पित डाक टिकट और सिक्के का अनावरण भी इस महासम्मेलन में किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा "ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारी सेना ने दुश्मन को घर में घुसकर सबक सिखाया। यह आयोजन नारी शक्ति और देश की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। लोकमाता ने अपने शासनकाल में महिलाओं के सम्मान और स्वावलंबन को प्राथमिकता दी। उनकी प्रेरणा से हम आज भी महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा न केवल लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती को यादगार बनाएगा, बल्कि यह मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए एक नया इतिहास भी रचेगा।

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