Friday, 18 September 2020

देश में बदलाव की बयार नरेंद्र मोदी

 

 



 नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2019 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली जो उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत थी।आजादी के बाद पैदा होने वाले पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पहले 2014 से अब  तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार को  बखूबी  संभाला है। उन्होंने अक्टूबर 2001 से मई 2014 तक लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपना पद भी  संभाला। 2014 और 2019 के संसदीय चुनावों में मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने दोनों अवसरों पर पूर्ण बहुमत हासिल किया।
 
‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विकास’ के आदर्श वाक्य से प्रेरित होकर नमो  ने शासन व्यवस्था में एक ऐसे बदलाव की शुरुआत की जिसके केंद्र में आम आदमी रहा। उन्होंने अब तक की विकास यात्रा में  समावेशी, विकासोन्मुख और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन का नेतृत्व किया है। प्रधानमंत्री ने अंत्योदय के उद्देश्य को साकार करने और समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं और पहल का लाभ मिले यह सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने स्पीड और स्केल पर काम किया है। तमाम अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने भी  इस बात को माना कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत रिकॉर्ड गति से गरीबी को खत्म कर रहा है। इसका श्रेय केंद्र सरकार द्वारा गरीबों के हित को ध्यान में रखते हुए लिए गए विभिन्न फैसलों को जाता है। आज भारत दुनिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम आयुष्मान भारत का नेतृत्व कर रहा है। 50 करोड़ से अधिक भारतीयों को कवर करते हुए आयुष्मान भारत गरीब और नव-मध्यम वर्ग को उच्च गुणवत्ता और सस्ती स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित कर रहा है। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित स्वास्थ्य पत्रिकाओं में से एक लांसेट ने आयुष्मान भारत की सराहना करते हुए कहा है कि यह योजना भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े असंतोष को दूर कर रही है। पत्रिका ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्राथमिकता देने के लिए पीएम मोदी के प्रयासों की भी सराहना की।

 देश की वित्तीय धारा से दूर गरीबों को वित्तीय धारा में लाने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री जन धन योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य प्रत्येक भारतीय का बैंक खाते खोलना रहा । अब तक 35 करोड़ से अधिक जन धन खाते खोले जा चुके हैं। इन खातों ने न केवल गरीबों को बैंक से जोड़ा, बल्कि सशक्तीकरण के अन्य रास्ते भी खोले हैं। जन-धन से एक कदम आगे बढ़ते हुए पी एम  मोदी ने समाज के सबसे कमजोर वर्गों को बीमा और पेंशन कवर देकर जन सुरक्षा पर जोर दिया।  जन धन- आधार- मोबाइल  ने बिचौलियों को समाप्त कर दिया है और प्रौद्योगिकी के माध्यम से पारदर्शिता और गति सुनिश्चित की है। असंगठित क्षेत्र से जुड़े 42 करोड़ से अधिक लोगों के पास अब प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना के तहत पेंशन कवरेज मिली है। 2019 के चुनाव परिणामों के बाद पहली कैबिनेट बैठक में ही व्यापारियों के लिए समान पेंशन योजना की घोषणा की गई है। 2016 में गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की गई । यह योजना 7 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को धुआं मुक्त रसोई प्रदान करने में एक बड़ा कदम साबित हुई है। इसकी अधिकांश लाभार्थी महिलाएं हैं। आजादी के बाद से 70 वर्षों के बाद भी 18,000 गाँव बिना जहां बिजली नहीं थी वहां बिजली पहुंचाई गई है।मोदी का मानना है कि कोई भी भारतीय बेघर नहीं होना चाहिए और इस विजन को साकार करने के लिए 2014 से 2019 के बीच 1.25 करोड़ से अधिक घर बनाए गए है। 2022 तक प्रधानमंत्री के ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ के सपने को पूरा करने के लिए घर के निर्माण की गति में तेजी आई है। कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जो श्री नरेंद्र मोदी के बहुत करीब है।मोदी का पूरा फोकस  किसानों की आय दुगनी 2022  तक करने को लेकर है |  2019 के अंतरिम बजट के दौरान सरकार ने किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में एक मौद्रिक प्रोत्साहन योजना की घोषणा की। 24 फरवरी 2019 को योजना के शुरू होने के बाद लगभग 3 सप्ताह में नियमित रूप से किश्तों का भुगतान किया गया है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक के दौरान इस योजना में 5 एकड़ की सीमा को हटाते हुए सभी किसानों को पीएम किसान का लाभ देने का फैसला किया गया। इसके साथ ही भारत सरकार प्रति वर्ष लगभग 87,000 करोड़ रुपये किसान कल्याण के लिए समर्पित करेगी।पीएम मोदी ने सॉयल हेल्थ कार्ड, बेहतर बाजारों के लिए ई-नाम और सिंचाई पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने जैसी किसान कल्याण की दिशा में विभिन्न पहल शुरू की। 30 मई 2019 को प्रधानमंत्री ने जल संसाधनों से संबंधित सभी पहलुओं की देखरेख करने के लिए एक नया जल शक्ति मंत्रालय बनाकर एक बड़ा वादा पूरा किया।
 
2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ शुरू किया। इस जन आंदोलन का बड़े पैमाने पर ऐतिहासिक प्रभाव पड़ा है। 2014 में स्वच्छता कवरेज 38% थी जो आज बढ़कर शत फीसदी हो गई है। कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया है। स्वच्छ गंगा के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वच्छ भारत मिशन की सराहना की और कहा कि इससे 3 लाख लोगों की जान बच सकती है।पीएम मोदी का मानना है कि परिवहन परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन है। इसीलिए भारत सरकार हाई-वे, रेलवे, आई-वे और वॉटर-वे के रूप में अगली पीढ़ी के बुनियादी ढाँचे को बनाने के लिए काम कर रही है।  उड़ान योजना ने उड्डयन क्षेत्र को लोगों के अधिक अनुकूल बनाया है और कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया है। देश के कई छोटे शहर अभी इससे और जुड़ने हैं |'पीएम मोदी ने भारत को अंतरराष्ट्रीय विनिर्माण पॉवर हाऊस में बदलने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ की शानदार पहल शुरू की। इस प्रयास से परिवर्तनकारी परिणाम सामने आए हैं।  मोदी की अगुवाई में भारत ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में महत्वपूर्ण प्रगति की है । 2017 में संसद के एक ऐतिहासिक सत्र के दौरान भारत सरकार ने जीएसटी लागू किया, जिसने ‘वन नेशन, वन टैक्स’ के सपने को साकार किया।मोदी के दौर  में भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति पर विशेष ध्यान दिया गया। भारत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाया गया जो सरदार पटेल को एक सच्ची श्रद्धांजलि है। इस स्टैच्यू को एक विशेष जन आंदोलन के माध्यम से बनाया गया था, जिसमें भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के किसानों के औज़ार और मिट्टी का इस्तेमाल किया गया था, जो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाता है।
 
प्रधानमंत्री को पर्यावरण से जुड़े मुद्दों से गहरा लगाव है। उन्होंने  हमेशा माना  है कि हमें एक साफ और हरा ग्रह बनाने के लिए काम करना चाहिए। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में  मोदी ने जलवायु परिवर्तन के अभिनव समाधान तैयार करने के लिए अलग जलवायु परिवर्तन विभाग बनाया। इस भावना को पेरिस में 2015 के COP21 शिखर सम्मेलन में भी देखा गया था जहां पीएम मोदी ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जलवायु परिवर्तन से एक कदम आगे बढ़कर पीएम मोदी ने जलवायु न्याय के बारे में बात की । 2018 में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के शुभारंभ के लिए कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत आए थे। यह गठबंधन एक बेहतर ग्रह के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का एक अभिनव प्रयास है। यही नहीं पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके प्रयासों को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र के ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। इसमें कोई दो राय नहीं जलवायु परिवर्तन ने हमारे ग्रह को प्राकृतिक आपदाओं से ग्रस्त कर दिया है | इस तथ्य के प्रति पूरी तरह से संवेदनशील होते हुए पीएम मोदी ने प्रौद्योगिकी की शक्ति और मानव संसाधनों की ताकत के उचित इस्तेमाल के रूप में आपदा के लिए एक नया विजन साझा किया है । मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने 26 जनवरी 2001 को विनाशकारी भूकंप से तबाह हुए गुजरात को बदल दिया। इसी तरह उन्होंने गुजरात में बाढ़ और सूखे से निपटने के लिए नई प्रणालियों की शुरुआत की जिनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई।प्रशासनिक सुधारों के माध्यम से  मोदी ने नागरिकों के लिए न्याय को हमेशा प्राथमिकता दी है। गुजरात में लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए उन्होंने शाम की अदालतों की शुरुआत की। केंद्र में उन्होंने प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन शुरू किया जो विकास में देरी कर रहे लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने के लिए एक कदम है।
 
पीएम मोदी की विदेश नीति की पहल ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की वास्तविक क्षमता और भूमिका को महसूस किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क देशों के सभी प्रमुखों की उपस्थिति में अपना पहला कार्यकाल शुरू किया और दूसरे की शुरुआत में बिम्सटेक नेताओं को आमंत्रित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में उनके संबोधन की दुनिया भर में सराहना हुई। पीएम मोदी 17 साल की लंबी अवधि के बाद नेपाल, 28 साल के बाद ऑस्ट्रेलिया, 31 साल के बाद फिजी और 34 साल के बाद सेशेल्स और यूएई के द्विपक्षीय दौरे पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। पदभार संभालने के बाद से श्री मोदी ने यू एन , ब्रिक्स ,  सार्क , जी  20  , जी 7 समिट में भाग लिया जहाँ विभिन्न वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर भारत के विचारों को व्यापक रूप से सराहा गया और दुनिया ने मोदी के नेतृत्व की  भूरी भूरी प्रशंसा की हुई है । प्रधानमंत्री को सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान किंग अब्दुलअजीज सैश से सम्मानित किया गया।   मोदी ,को  रूस के शीर्ष सम्मान द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टले सम्मान, फिलिस्तीन के ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन सम्मान, अफगानिस्तान के अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड, यूएई के जायेद मेडल ’ और मालदीव के निशान इज्जुद्दीन सम्मान समेत कई अवार्डों से नवाजा जा चुका  है। 2018 में प्रधानमंत्री मोदी को शांति और विकास में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित सियोल शांति पुरस्कार दिया गया।  यही नहीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने के नरेंद्र मोदी के आग्रह को संयुक्त राष्ट्र में अच्छी प्रतिक्रिया मिली। पहले दुनिया भर में कुल 177 राष्ट्रों ने एक साथ मिलकर 21 जून को संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया।
 
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के एक छोटे से शहर में हुआ था।  वह एक ऐसे गरीब परिवार से आते हैं जिसनें अपने जीवन में  कई कष्टों  को झेला है इसी के चलते वह हमेशा समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों की उन्नति के लिए दिन रात पूरी ऊर्जा से काम करते नजर आते हैं ।  जीवन की शुरुआती कठिनाइयों ने न केवल कड़ी मेहनत के मूल्य को सिखाया बल्कि उन्हें आम लोगों के कष्टों से भी अवगत कराया। आम जन की गरीबी ने उन्हें बहुत कम उम्र में ही लोगों और राष्ट्र की सेवा में डूबने के लिए प्रेरित किया। अपने प्रारंभिक वर्षों में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ काम किया, जो राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित एक राष्ट्रवादी संगठन है और बाद में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के संगठन में काम करने के लिए खुद को राजनीति में  पूरी तरह समर्पित किया।मोदी अक्सर खुद कहा भी करते हैं तन समर्पित , मन समर्पित और जीवन समर्पित ।

नरेंद्र मोदी सवा सौ करोड़ देशवासियों के नेता हैं और आमजन की समस्याओं को हल करने और उनके जीवन स्तर में सुधार करने के लिए समर्पित हैं। लोगों के बीच रहने, जवानों के साथ खुशियाँ साझा करने और आम जनता के दुखों को दूर करने से ज्यादा कुछ भी उनके लिए संतोषजनक नहीं है। जमीनी स्तर पर तो उनका लोगों के साथ एक मजबूत व्यक्तिगत जुड़ाव तो है ही साथ ही साथ सोशल मीडिया पर भी उनकी मजबूत उपस्थिति है शायद यही वजह है उन्हें भारत के सबसे ज्या टेक्नोसेवी नेता के रूप में भी जाना जाता  है। मोदी  लोगों तक पहुँचने और उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं। 2014 से लोककल्याण मार्ग में शुरू हुआ मोदी का सफर अब काफी बढ़ चुका  है और दुनिया को नई दिशा दे चुका है । पारदर्शी सरकार देना , विश्व में भारत की साख मजबूत करना और गरीबों का हिमायती होना मोदी  सरकार की पहले दिन से प्राथमिकता रही है | जनधन के खाते खोलकर , मनरेगा चालू रखकर , मुद्रा योजना , उज्जवला योजना , स्किल इंडिया , स्टार्ट अप इंडिया,आयुष्मान भारत सरीखी योजनाओं के केंद्र में गरीब गोरबा जनता रही वहीँ लाल फीताशाही की इस सरकार ने झटके में हवा निकाल दी । मोदी सरकार ने हजार से अधिक बेकार कानूनों को न केवल समाप्त किया बल्कि ई टेंडर और ई गवर्नेंस को अपनी प्राथमिकता में रखा जिससे बहुत हद तक  काम आसान हो गया अपने पहले  कार्यकाल में मोदी ने नोटबंदी  जैसे साहसिक फैसले न केवल लिए  बल्कि सर्जिकल स्ट्राइक कर यह दिखा दिया आज का भारत बहुत  बदला हुआ है इसे कम समझने की हिमाकत नहीं करें । अब यह दुश्मन के घर में  घुसकर उसे मारेगा ही नहीं बल्कि आतंक को आतंक की भाषा में जवाब दिया जायेगा । यही नहीं मोदी ने जीएसटी लागू करवाने में  सफलता पाई । 
 
 घर घर शौचालय , पी एम आवास योजना , उज्जवला योजना , स्वच्छता अभियान ,  मुद्रा योजना , अटल पेंशन योजना , जीवन ज्योति योजना , किसान सम्मान निधि काफी सफल रही है ।अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुवाती  दिनों में  मोदी ने कई साहसिक निर्णय लिए।  मोदी से असहमति  रखने वाले भी अभी तक  उन पर निष्क्रियता , भाई भतीजावाद , भ्रष्टाचार के आरोप तक नहीं लगा सकते। ईमानदार प्रशासक के तौर पर  मोदी अब तक के सबसे बेहतरीन राजनेता रहे हैं ।    जम्मू कश्मीर का विशिष्ट  राज्य का  दर्जा समाप्त  कर उसका दो केन्द्र  शासित प्रदेश में पुनर्गठन, 35 ए  को हटाकर कश्मीरी मुसलमानों के दिल  में भारत के प्रति दुविधा को  समाप्त कर दिया।  यही नहीं सीएए क़ानून लाकर पाक से कश्मीर आये हजारों हिन्दुओं को न्याय और  सम्मान दिया जिसके लिए पिछले 72 बरस से वे तरस रहे थे । हिन्दुओं  के साथ ही सिक्खों , बौद्धों , जैनियों आदि को भी नागरिकता मिल सकी।  आज़ादी के बाद की ऐतिहासिक घटना है जो मोदी के दौर में ही संभव हो पाया । राम मंदिर के भव्य निर्माण की आधारशिला मोदी के दौर में ही संभव हो सकी वहीं  ट्रिपल तलाक  की अमानुषी प्रथा  को दंडनीय अपराध बनाकर  मोदी ने भय और अनिश्चितता के माहौल में जीने वाली मुस्लिम महिलाओं को स्वाभिमान और सुरक्षा  की जिंदगी जीने का अवसर  प्रदान  किया । आतंकवाद पर नकेल कसी जा सके इसके लिए अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट में संशोधन कर अब संगठनों के अलावा व्यक्तियों को भी आतंकवादी घोषित करने और उनकी संपत्ति को जब्त करने का अधिकार सरकार ने पा लिया । हाफिज , मसूद , जाकी उर  रहमान  लखवी , दाऊद को आतंकवादी   घोषित कर  उन्हें यह सन्देश दिया है कि  यह अतिरिक्त  अधिकार सिर्फ  कागज़ में नहीं रहेगा।  चंद्रयान  के दक्षिणी  ध्रुव पर उतारे जाने के बाद  दुनिया में भारत और इसरो की साख मजबूत हुई है ।आज   वैश्विक स्तर  पर  भारत  की प्रतिष्ठा  अगर बढ़ी है तो इसके पीछे मोदी के योगदान को नहीं नकारा जा सकता ।मोदी के दौर में  भारत की रक्षा पंक्ति भी दिनों दिन मजबूत हो रही है । आज राफेल जैसे विमान भारत की रक्षा पंक्ति  कर रहे हैं ।  कोरोना के काल के शुरू होने से  मोदी ने भारत में लाकडाउन लगाकर देश की लाखों जानों को बचाया है । इससे संक्रमण के भारत में  बड़े पैमाने में फैलने में रोक लगी है । आज भारत की  कोरोना में   मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है । खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन  द्वारा कोरोना में मोदी सरकार के  किए गए प्रयासों की सराहना की जा चुकी है  । यही नहीं आत्मनिर्भर भारत की अलख जगाकर मोदी ने देश के जन जन को वोकल फार लोकल अभियान से जोड़ने का कार्य किया है। श्रेष्ठ  राजनेता की यही एक ख़ास खूबी है वह संकट के समय देश को ना केवल देश को जोड़ता है बल्कि हर पल देशवासियों में ऊर्जा का संचार करता है । इस मामले में मोदी से बेहतर राजनेता शायद ही  दुनिया में कोई है । गौर करने लायक बात यह है मोदी की अपील का बड़ा असर देश में होता है ।
 
इसमें कोई संदेह नहीं  आज मोदी एक बड़े ग्लोबल लीडर के तौर पर स्थापित  हो चुके हैं जिनको पूरी दुनिया सलाम कर रही है। अपने  अब तक  के पीएम के कार्यकाल में विदेशों के तूफानी टी 20 दौरे कर मोदी ने खुद को काम के मामले में अपने मंत्रियो से भीं कहीं आगे कर दिया है। आज भी काम के मामले में मोदी का कोई जवाब नहीं । वह आज भी बेरोकटोक 18 से 20  घंटे काम करते हैं।  मोदी के भीतर काम करने का एक अलग तरह का जूनून है । विदेश नीति पर मोदी सरकार का प्रदर्शन बेहतरीन  रहा है। हाल के बरसों में मोदी ने अपनी कूटनीति के आसरे जापान , मलेशिया,  म्यांमार , कंबोडिया , ब्राजील , फिलिपीन्स  इंडोनेशिया , मारीशस , न्यूजीलैंड ,ऑस्ट्रेलिया , शेशेल्स , कनाडा , अफ्रीका, सऊदी अरब , इजराइल, रूस आदि देशों के साथ  हमारे रिश्तों में नई मजबूती आई है। भारत सरीखा विकासशील देश आज मोदी की अगुवाई में एक बड़ी ताकत की कतार के रूप में खड़ा है। मोदी की हर विदेश यात्रा  अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर  खूब सुर्खियाँ बटोरती  रही है  और प्रवासी  चढ़कर उनके कार्यक्रमों में भागीदार बनते हैं । मोदी विदशों में जहाँ जहाँ जाते हैं वहां प्रवासी भारतीयों से मिलना नहीं भूलते। उनके संबोधन में प्रवासी जिस उत्साह के साथ जुटते हैं उसकी मिसालें दुनिया में देखने को नहीं मिलती जहाँ ऐसा खूबसूरत इस्तकबाल किसी प्रधान मंत्री का हुआ हो । मोदी जनता की नब्ज पकड़ने वाले अब तक के बेहतरीन जननेता रहे हैं । मोदी की लोकप्रियता देश ही नहीं सात समुंदर पार विदेशों में अभी भी बरकरार है और उनसे लोगों को  बड़ी उम्मीदें हैं । सच में मोदी भारत के प्रधान सेवक की बड़ी  भूमिका  में  हैं । तभी लोगों का विश्वास और जनसमर्थन आज भी उनके साथ बना हुआ है और लोग आज भी यह कहने से नहीं चूकते  मोदी है तो सब कुछ मुमकिन  है । ऐसे यशस्वी जननेता को जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएं और बधाई।   
 

No comments: