Friday 5 February 2010

करिये दिल खोल के बातें........



ऊपर की इस तस्वीर पर मेरी नजर चली गयी....... कल शाम जब सडक पर टहल रहा था.....उस समय अपने कैमरे से इसको उतार लिया.....लिखा है क्या आई डिया है सर जी .... अब मोबाइल की सिम एक रुपये में मिलेगी.....इसको शुभ संकेत मान सकते है....देश में मोबाइल क्रांति की दिशा में यह एक बड़ा कदम है....


भई लोग तो कहा करते हैं आजकल एक रुपये में आता ही क्या है.....? एक रूपया भी बड़ी काम की चीज है.....चिल्लरो की कमी आये दिन हमारे सामने बनी रहती है .... अगर चाय पीने की इच्छा हो तो वह भी अब तीन से बढकर चार रुपये की होने जा रही है.....शरद पवार तो यही करने की तैयारी कर रहे है......महंगाई ने तो सारी हदे तोड़ डाली है...... पानी सर के ऊपर से बह चुका है पर सरकार है कुछ कर ही नही रही......

जो भी हो अब महंगाई के इस दौर में जब सभी चीज महंगी हो रही है तो हमारी जनता जनार्दन के लिए यह बात राहत देने वाली है कि अब मोबाइल की सिम सस्ती हो रही है.... सिमो की कीमतों में ऐसी गिरावट पहले कभी नही देखी गयी....... मुझको अच्छी ढंग से याद है जब मोबाइल क्रांति का बाजा बजना शुरू हुआ था तो उस समय मोबाइल सेट भी बहुत महंगे हुआ करते थे ..... तब सिम भी काफी ऊँची कीमतों में बिका करती थी.....सिमो की कीमते अब सैकडे से गिरकर इकाई के अंको तक आ गयी है..... व्हट अन आईडिया सर जी..... ?


पिछले साल जब दिवाली में अपने गाव गया तो महसूस हुआ तो... संचार क्रांति का बाजा कितनी तेजी से बजा है ? गावो में बिजली नही है... सड़क भी नही पहुची है ..... लेकिन मोबाइल सेवा सबके घरो में पहुच चुकी है ....हर घर में मोबाइल सेट घनघना रहे है....चौकने की बात तो यह है गावो में अभी एक बड़ी आबादी ऐसी है जिसको मोबाइल के इस्तेमाल की सही जानकारी भी नही है..... वह केवल दो फंक्शन जानते है.... लाल से डायल करो..... हरे से फोन काट दो ......


कहते है अपने देश में गरीबो की आबादी तेजी से बद रही है ....सुरेश तेंदुलकर का नया आंकड़ा सामने आया है गरीब ३७ परसेंट है.... पर मेरा यह कहना है जितने गरीब हमारे देश में है उनमे से हर किसी के पास आज मोबाइल तेजी से पहुच रहा है .....इसके लिए भी सरकार को कोई समिति बनानी चाहिए.... एक रिक्शा चलाने वाले से लेकर एक जंक डीलर के पास तक आज मोबाइल पहुच चुका है.... ....


आस पास आप भी ऐसे वाकयो को देख चुके होंगे.....मुझको तो लगता है अगर यही सब चलता रहा तो आने वाले समय में मोबाइल के दाम और भी कम हो जायेंगे.....कुछ समय बाद मोबाइल सस्ते गल्लो की दुकानों में पेन की तरह मिलने लगेंगे..... चिंता मत करिए.....


10 comments:

दिगम्बर नासवा said...

मोबाइल और फोन के दाम सस्ते हो रहे हैं, ये अच्छी बात है पर बदती मंहगाई पे भी अंकुश रखना ज़रूरी है ...........

Alpana Verma said...

'कुछ समय बाद मोबाइल सस्ते गल्लो की दुकानों में पेन की तरह मिलने लगेंगे...'
--बात तो पते की लिखी है...
--मोबाइल सिम इतनी सस्ती --यकीन नहीं होता...

***३७ प्रतिशत ग़रीब..भारत में..-सूचना चौंका देने वाली है.

श्यामल सुमन said...

हमारे यहाँ तो चाय - चार रूपये हो चुके हैं हर्ष जी। मोबाइल के दाम भी घटे हैं - यह भी सच है। साथ में यह भी सच है कि मोबाइल से पेट नहीं भरेगा - संचार -क्रांति के लिए भी आदमी का जिन्दा रहना जरूरी है और जीने के लिए जरूरी है भोजन और अन्य अनिवार्य आवश्यकताएं - जिसका माकूल इन्तजाम नहीं है।

दूसरी बात - आपने मेरी रचना के कमेन्ट्स में लिखा है कि मैं आपसे नाराज हूँ। ऐसी कई बात नहीं। नाराजगी मेरी फितरत नहीं। मैं पटना गया था एम० ए० (अर्थशास्त्र) की परिक्षा देने और वहाँ से आकर बीमार हो गया। नेट पर कम बैठ पाता हूँ।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com

Unknown said...

हर्ष.... महंगाई ने गरीबो का निवाला छीन लिया है.....सर्कार कुछ कदम नहीं उठा रही .... ऐसे में क्या होगा? मोबाइल सस्ते हो तो कोई फायदा .... नहीं.... खाना महंगा होता जा रहा ....
सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए...आजकल लेखन कम क्यों कर दिया ....? बोलती कलम का ट्रेंड चेंज हो गया क्या?

Urmi said...

बहुत बढ़िया और सही लिखा है आपने ! अब तो फोन पर बात करना बहुत आसान हो गया है क्यूंकि इतना सस्ता जो हो गया है! इसलिए आजकल सभी के पास मोबाइल रहता है और इससे संपर्क करने में बहुत सुविधा होती है!

Apanatva said...

kash bato se pet bharata ...............

Parul kanani said...

ye to gajab ho gaya :)

Unknown said...

हर्ष जी आपके जलवे देखते ही बनते है..........इधर भी आपकी कई स्टोरी पड़ने को मिली है.....|आपकी लेखनी की धार इसी तरह बरकरार रहे....... आप आने वाले समय में खूब नाम कमायेंगे..... "विद्वानं सर्वत्र पूज्यते...." आदमी अपने कार्यो के द्वरा समाज में याद किया जाता है.....उसे किसी के परिचय जी जरुरत नहीं होती है......लगे रहिये....समाज में कई तरह के लोग मिला करते है पर आपमें मैं कुछ अलग करने का जज्बा देखता हू....इसी को बरकरार रखना............

Urmi said...

महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें !

रचना दीक्षित said...

सही कहा बस मज़ा आ गया